कहानी "जेहाद" :- मुंशी प्रेमचन्द की कलम से निकला जादू
बहुत कम लोग जानते होंगे कि साहित्य सम्राट मुंशी प्रेमचंद ने "जेहाद" नाम की एक कहानी भी लिखी थी. जिसे हमारे शेखुलर प्रकाशकों ने पुस्तकों से लगभग गायब ही कर दिया.100 वर्ष पहले लिखी गई मुंशी प्रेमचंद की कहानी प्रस्तुत है। कहानी का नाम है "जेहाद".
टीटू मियाँ हों या टीपू मियाँ : सेनानी नहीं, शुद्ध जेहादी
आज के वर्तमान बांग्लादेश लेकिन अंग्रेजों के समय जो अविभाजित बंगाल था, वहाँ एक मियाँ टीटू मीर हुआ करते थे. इनके बारे में भारत के अंदर बहुत कम लोग जानते हैं, लेकिन उधर बांग्लादेश और इधर पश्चिम बंगाल में मियाँ मीर का बहुत महिमामंडन होता है.
विश्वशान्ति हेतु इस्लामिक दर्शन में संशोधन करना आवश्यक
सामान्यतः आज देश के विभिन्न भागों में बंग्लादेशी व पाक-परस्त ज़िहादी अनेक प्रकार से इस्लामिक आतंकवाद में लिप्त है, जिससे बढती हुई राष्ट्रिय व सामाजिक समस्याओं का किसी को अनुमान ही नहीं हो रहा है। क्योंकि भारत की हज़ारों वर्ष पुरानी सत्य सनातन संस्कृति और दर्शन को आज के छदम सेक्युलर केवल मैकाले व मार्क्सवाद की दृष्टि से देखने के आदी हो चुके है।