कुछ दशक पहले की बात है, अलीगढ़ मुस्लिम विवि (Aligarh Muslim University AMU) में प्रोफ़ेसर इरफ़ान हबीब (Irfan Habib) ने अपने एक पूर्व छात्र और अब उसी विवि में पढ़ा रहे फैकल्टी सदस्य केके मुहम्मद (KK Muhammed) को अपने दफ्तर में बुला भेजा.

Published in आलेख

भारत का मुकुट कहा जाने वाला जम्मू-कश्मीर एक बार पुनः अंदर ही अंदर उबलने लगा है, लेकिन इस बार “युद्धक्षेत्र” मुस्लिम बहुल कश्मीर नहीं, बल्कि हिन्दू बहुल जम्मू है.

Published in आलेख

इस समय पूरे भारत में एक सकारात्मक वातावरण है. GST और नोटबंदी के झटकों के बाद अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे सँवर रही है और सामान्य रूप से समाज में भी कोई बड़ी उथल-पुथल नहीं है.

Published in आलेख

झारखंड (Jharkhand) का नाम लेते ही हमारे मन में साधारणत: जनजातीय लोगों के चित्र ही मन में उभरते हैं। ऐसा मान लिया जाता है कि विकास की दौड़ में पिछड़ गए, वनों में रहने वाले जनजातीय लोगों का ही प्रदेश है झारखंड।

Published in आलेख

भारतीय लोकतंत्र का तथाकथित सेकुलरिज्म अब उस अवस्था को प्राप्त होता जा रहा है, जहाँ कोई भी ऐरा-गैरा-नत्थू-खैरा भारतीय न्याय व्यवस्था और संविधान को लात मारकर अपना सिक्का चलाना चाहता है.

Published in आलेख

लगभग साढ़े तीन वर्ष पहले त्रिपुरा में भाजपा के प्रभारी पद पर सुनील देवधर (Sunil Deodhar) के नियुक्ति हुई थी. यह प्रदेश शुरू से लेकर आज तक भाजपा के लिए “भीषण सूखे” जैसा प्रदेश ही रहा है. यहाँ न तो भाजपा का कोई संगठन था और न ही कोई वैचारिक जमीन.

Published in आलेख

मंदिरों की सरकारी लूट (Temple Loot) बंद हो, तथा केन्द्रीय स्तर पर SGPC शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी) जैसी (लेकिन गैर-राजनैतिक) संस्था बने जो देश के सभी प्रमुख मंदिरों के प्रबंधन एवं व्यवस्थापन की जिम्मेदारी संभाले इस उद्देश्य से पिछले कई वर्षों से विभिन्न संगठन मिलकर सरकारों के समक्ष अपना प्रतिवेदन देते आए हैं.

Published in आलेख

जो बात पिछले कई वर्षों से भाजपा कह रही है, उस पर वामपंथ के ही एक नेता ने अपनी मुहर लगा दी है. जैसा कि सभी जानते हैं, उत्तर-पूर्व के राज्यों में नागालैंड और मेघालय लगभग पूर्णरूप से ईसाई राज्य बन चुके हैं, नागालैंड में तो बाकायदा कई स्थानों पर “लैंड ऑफ़ क्राईस्ट” (Church Funding in Nagaland) के बोर्ड लगे दिख जाएंगे.

Published in आलेख

जयललिता की मृत्यु के बाद से दक्षिण भारत की राजनीति खासकर तमिलनाडु में जो एक बड़ा सा शून्य बन गया है, उसे भरने के लिए लगभग सभी पार्टियाँ अपनी कमर कसने लगी हैं.

Published in आलेख

पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने RSS से संबद्ध संस्थाओं (RSS and its Organizations) द्वारा चलाए जा रहे स्कूलों पर कड़ा रुख अपना लिया है. राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थो चटर्जी ने विधानसभा में लिखित बयान में कहा है कि राज्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की संस्थाओं से संबद्ध 493 स्कूल हैं, इनमें से 125 स्कूल राज्य सरकार से “नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट” प्राप्त किए बिना अपना स्कूल (Saraswati Shishu Mandir) संचालित कर रहे हैं.

Published in आलेख