तुष्टिकरण की राजनीति से मुक्त होता असम प्रदेश
असम सरकार ने हाल ही में घोषणा की है कि अगले माह यानी नवंबर में वो राज्य में राज्य संचालित सभी मदरसों और संस्कृत टोल्स या संस्कृत केंद्रों को बंद करने संबंधी एक अधिसूचना लाने जा रही है।इस फैसले के अंतर्गत असम सरकार द्वारा संचालित या फिर यूँ कहा जाए, सरकार द्वारा फंडेड मदरसों और टोल्स को अगले पाँच महीनों के भीतर नियमित स्कूलों के रूप में पुनर्गठित किया जाएगा।
इस्लामपुर :- बांग्ला-उर्दू भाषा विवाद और ममता जेहाद
पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर के नजदीक पिछले दिनों दारीभीत के एक स्कूल में शांतिपूर्ण छात्र आन्दोलन चल रहा था. आंदोलन की मुख्य माँग यह थी कि स्कूल में बांग्ला शिक्षक की नियुक्ति होनी चाहिए. यह मांग भी लम्बे समय से चल रही थी, लेकिन 20 सितंबर गुरुवार के दिन यह आन्दोलन खूनी संघर्ष में बदल गया और ABVP छात्र संगठन के दो कार्यकर्ताओं राजेश सरकार व तापस बर्मन की पुलिस गोलीबारी से मौत हो गयी, जबकि विप्लव सरकार सहित अन्य कई छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए. इन सभी को सिलीगुड़ी के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
भाजपा राज्य सरकारों को ममता बनर्जी से सीखना चाहिए
पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने RSS से संबद्ध संस्थाओं (RSS and its Organizations) द्वारा चलाए जा रहे स्कूलों पर कड़ा रुख अपना लिया है. राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थो चटर्जी ने विधानसभा में लिखित बयान में कहा है कि राज्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की संस्थाओं से संबद्ध 493 स्कूल हैं, इनमें से 125 स्कूल राज्य सरकार से “नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट” प्राप्त किए बिना अपना स्कूल (Saraswati Shishu Mandir) संचालित कर रहे हैं.
इस्लामिक स्टेट ऑफ़ बंगाल का दुर्गा विसर्जन : ग्राउण्ड रिपोर्ट
कलकत्ता में दुर्गा पूजा बड़ी ही धूम धाम से मनाया जाता है. यह त्यौहार इतना भव्य तरीके से मनाया जाता है कि भारत के विभिन्न प्रान्तों से बड़ी संख्या में लोग इसको देखने आते हैं.
रमज़ान में रोजेदार की गिरफ्तारी नहीं? - विकृत सेकुलरिज़्म
शीर्षक पढ़कर आप चौंक गए होंगे ना? जी बिलकुल, लेकिन भारत की तथाकथित धर्मनिरपेक्ष अदालतों का यही सच है... चूँकि आरोपी ने रोजा रखा हुआ है इसलिए उसे 29 जून तक गिरफ्तार नहीं किया जाए. पूरा मामला कुछ यूँ है...
बुद्धिजीवी कहलाने का नुस्खा :- हिन्दू घृणा और दोगलापन
केरल में सरेआम गाय काटी गई, रिपोर्ट में आया कि भैंस कटी है, फिर आया कि बैल काटा गया है और अंततः कल-परसों तक इस पर चर्चा होगी कि केरल में जो पब्लिक में मुर्ग़ा कटा है उसकी इजाज़त संविधान देता है कि नहीं।