कुछ माह पहले रवीश कुमार ने एक “तथाकथित” बहस के दौरान यह पूछ लिया था कि “अगर देश में मुसलमानों की संख्या तेजी से बढ़ती भी रहे, तो इसमें दिक्कत क्या है...”. पश्चिम बंगाल में सत्रह जिले मुस्लिम बहुमत जनसँख्या वाले बन चुके हैं, और वहाँ की जमीनी स्थिति जितनी खतरनाक और जेहादी स्वरूप ले चुकी है... रवीश की बात का जवाब उसी में समाहित है.

Published in आलेख

पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने RSS से संबद्ध संस्थाओं (RSS and its Organizations) द्वारा चलाए जा रहे स्कूलों पर कड़ा रुख अपना लिया है. राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थो चटर्जी ने विधानसभा में लिखित बयान में कहा है कि राज्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की संस्थाओं से संबद्ध 493 स्कूल हैं, इनमें से 125 स्कूल राज्य सरकार से “नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट” प्राप्त किए बिना अपना स्कूल (Saraswati Shishu Mandir) संचालित कर रहे हैं.

Published in आलेख

कलकत्ता में दुर्गा पूजा बड़ी ही धूम धाम से मनाया जाता है. यह त्यौहार इतना भव्य तरीके से मनाया जाता है कि भारत के विभिन्न प्रान्तों से बड़ी संख्या में लोग इसको देखने आते हैं.

Published in आलेख

बांग्लादेश की सरकार ने एक इंटेलिजेंस रिपोर्ट भारत सरकार को भेजी है, जिसमें कहा गया है कि हरकत-उल-जेहादी-इस्लामी (हूजी) तथा जमानत-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) के सैकड़ों आतंकवादी भारत में या तो प्रवेश कर चुके हैं या घुसने की तैयारी में हैं.

Published in आलेख

पश्चिम बंगाल में जिस तरह से वामपंथ के भूतपूर्व और TMC के वर्तमान गुण्डे, अपने मुल्ले वोटर्स के साथ मिलकर पिछले तीस-पैंतीस वर्षों से हिन्दुओं पर लगातार अत्याचार और दमन बरपाए हुए हैं, उसे देखते हुए इस खबर को एक सकारात्मक शुरुआत या “पहली अच्छी खबर” माना जा सकता है.

Published in ब्लॉग

कोलकाता से 250 किमी दूर बीरभूम जिले में एक क़स्बा है, जिसका नाम है मोरग्राम. आज से बीस-पच्चीस वर्ष पहले यह क़स्बा चारों तरफ हरे-भरे धान के खेतों से महकता था, और इस गाँव में लगभग 280 हिन्दू परिवार रहते थे, जबकि मुस्लिम परिवारों की संख्या केवल 15 थी.

Published in आलेख