दिग्विजय सिंह और अन्य मंत्री हैं कई कम्पनियों के ब्राण्ड एम्बेसेडर… … Diggy Raja, UPA Ministers Brand Ambassador

Written by सोमवार, 03 जनवरी 2011 13:45
जैसा कि सभी जानते हैं, सभी कम्पनियाँ अपने विज्ञापनों के लिये कुछ नामी-गिरामी व्यक्तियों को ब्राण्ड एम्बेसेडर बनाती हैं ताकि उनके उत्पाद खूब बिकें और उनकी बाज़ार में एक विशिष्ट पहचान बने…। मार्केटिंग गुरुओं की मानें, तो एक होती है Positive ब्राण्डिंग और एक होती है Negative ब्राण्डिंग… पॉजिटिव ब्राण्डिंग में विज्ञापनकर्ता उस हस्ती को लेकर अपने उत्पाद की खूबियाँ पेश करता है, जबकि निगेटिव ब्राण्डिंग में कम्पनी सिर्फ़ उत्पाद की खूबियाँ गिनाती है लेकिन बैकग्राउण्ड में किसी नकारात्मक छवि को रखकर… जैसे कि “बिनानी सीमेण्ट भूकम्परोधी मकान बनाने के काम आयेगा”, इसमें बिनानी सीमेण्ट  उत्पाद है, लेकिन भूकम्प विलेन है जिसके जरिये डराकर ग्राहकों को बिनानी सीमेण्ट खरीदने को कहा गया है… दाँतों की सड़न “डराऊ विलेन” है तो नमक वाला कोलगेट उसका उत्पाद है… ऐसे कई विज्ञापन हैं जिनमें निगेटिव ब्राण्डिंग कैम्पेन किया जाता है…


जबसे पिछले कुछ दिनों से दिग्विजयसिंह ने हिन्दुओं एवं संघ के खिलाफ़ बयानबाजी  शुरु की है, तभी से कुछ कम्पनियों की बाँछें खिल गई हैं, उन्हें बैठे-बिठाये, फ़ोकट में एक निगेटिव ब्राण्ड मिल गया है…। हाल ही में सेंटर-फ़्रेश कम्पनी  के सीईओ चम्पकलाल शाह ने कहा कि जल्दी ही हम इस च्युइंगगम का नया ब्राण्ड बाज़ार में उतारेंगे जिसकी पंचलाइन होगी… “सेण्टर-फ़्रेश खाओ, मुँह की दुर्गन्ध भगाओ…” पत्रकारों द्वारा इसका कारण विस्तार से बताने की मांग पर शाह ने कहा कि “जब भी दिग्विजय सिंह मुँह खोलते हैं, हिन्दुओं को तीखी बदबू का सामना करना पड़ता है…” अतः हमारे हिन्दुस्तान के बड़े हिन्दू बाज़ार को देखते हुए इस च्युइंगगम के सफ़ल होने के बहुतेरे आसार हैं। सेण्टर फ़्रेश कम्पनी की विज्ञापन एजेंसी चोरगेट-खामोलिव कम्पनी का कहना है कि “इस पंचलाइन के जरिये ही हम मुँह से बदबू खत्म करने वाले प्रोडक्ट के मार्केट पर कब्जा कर लेंगे… चूंकि दिग्गी “राजा” भी रहे हैं इसलिये वे कोई पैसा तो लेंगे नहीं… हम उनका चित्र भी विज्ञापन में नहीं दिखाएंगे… हिन्दुओं के लिये सिर्फ़ उनका नाम ही काफ़ी है। मुँह की दुर्गन्ध रोकने वाले इस धांसू विज्ञापन पर दिग्विजयसिंह का कॉपीराइट नहीं करवाया जायेगा, ताकि भविष्य में यदि राहुल गाँधी भी चाहें तो इस विज्ञापन में लिये जा सकते हैं…”। वैसे विश्वस्त सूत्र यह भी बताते हैं कि राहुल गाँधी  को ब्राण्ड एम्बेसेडर बनाने के लिये भी दो कम्पनियों में खींचतान हो रही है, पहली है “बोर्नविटा” (बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास हेतु प्रतिबद्ध) एवं मेन्टोस  (दिमाग की बत्ती जला दे…), इस मामले में बोर्नविटा कम्पनी का दावा अधिक मजबूत नज़र आता है, क्योंकि उन्होंने 40 वर्ष के ऐसे अधेड़ों के लिये नया प्रोडक्ट लांच किया है जिनका मानसिक विकास ठीक से नहीं हो पाया है।


बहरहाल, सेण्टर फ़्रेश कम्पनी की इन योजनाओं का खुलासा होने के बाद एक कार परफ़्यूम कम्पनी “एम्बीप्योर”  ने भी दिग्विजय सिंह को अपना ब्राण्ड एम्बेसेडर घोषित कर दिया है। कम्पनी के मैनेजिंग डायरेक्टर सुगन्धीलाल शर्मा ने कल एक पत्रकार वार्ता में बताया कि हम चोरगेट-खामोलिव के इस विज्ञापन से बहुत प्रभावित हैं और हमने आपस में टाई-अप करने का फ़ैसला किया है। चूंकि दोनों कम्पनियों के उत्पाद अलग-अलग हैं इसलिये हमारा कोई व्यावसायिक टकराव नहीं होगा, इस पर सेंटर फ़्रेश कम्पनी के चम्पकलाल शाह ने अपनी मुहर लगा दी है…। भविष्य में जब भी दिग्विजय सिंह कहीं भी पत्रकार वार्ता करेंगे, तो उनके माइक के पास ही सेंटर-फ़्रेश का पैकेट रखा जायेगा (वह एक बयान देंगे, दो गोली खायेंगे), तथा हॉल में मौजूद प्रत्येक पत्रकार को एक-एक “एम्बीप्योर स्प्रे” का पाउच दिया जायेगा। जैसे ही दिग्गी राजा प्रेस कान्फ़्रेन्स शुरु करेंगे, कम्पनी के प्रतिनिधि पूरे हॉल में एम्बीप्योर की 3 लीटर वाली बोतल से छिड़काव करेंगे…। हम चाहते हैं कि दिग्विजय सिंह कश्मीर से कन्याकुमारी तक कम से कम 300 पत्रकार वार्ताएं करें और हिन्दुओं के खिलाफ़ बदबू फ़ैलाएं, ताकि यह बदबू हॉल से बाहर निकलकर अखबारों के जरिये, लाखों कारों और बसों और ट्रेनों में फ़ैल जाये… फ़िर एम्बीप्योर को परफ़्यूम बाज़ार पर कब्जा जमाते देर नहीं लगेगी…

विशेष संवाददाता से यह भी ज्ञात हुआ है कि कई अन्य विज्ञापन कम्पनियाँ भी कांग्रेस के विभिन्न नेताओं से बहुत प्रभावित हैं। जिस प्रकार बिनानी सीमेण्ट वाले भूकम्प का डर दिखाकर धंधा कर रहे हैं, उसी प्रकार जेपी सीमेण्ट वालों ने अशोक चव्हाण को ब्राण्ड एम्बेसेडर बनाने का फ़ैसला किया है। जेपी कम्पनी के विज्ञापन प्रमुख डॉ चट्टान सिंह हटेला ने कहा कि हम अपने सीमेण्ट की बोरियों पर एक तरफ़ अशोक चव्हाण का व दूसरी तरफ़ आदर्श सोसायटी  की विशाल इमारत का चित्र छापेंगे… चूंकि सभी लोग जानते हैं कि 5-7 मंजिला बिल्डिंग की अनुमति के बावजूद यह इमारत 23 मंजिल बन गई… तो ऐसे में सीमेण्ट की मजबूती तो अपने-आप स्थापित होती है… ऊपर से अशोक चव्हाण का चित्र भी रहेगा तो ग्राहक को सन्तुष्टि और विश्वास भी रहेगा…।


उधर चेन्नै में जूता कम्पनी अदिदास  के श्री चरणदास मारन ने भी माना कि हाल ही में सम्पन्न कम्पनी की बोर्ड मीटिंग में सुरेश कलमाडी को ब्राण्ड एम्बेसेडर बनाने पर गम्भीरतापूर्वक विचार हुआ। चूंकि “कलमाडी और खेल सामान” की छवि आपस में खासी गुँथ चुकी है, ऐसी स्थिति में हम साइना नेहवाल जैसी नई लड़की को जूतों का ब्राण्ड एम्बेसेडर कैसे बना सकते हैं। चरणदास जी ने आगे बताया कि हम अपने ग्राहकों को यह विशेष छूट भी प्रदान करेंगे कि अदिदास कम्पनी का जूता पहनने वाले व्यक्ति, यदि कलमाडी पर अदिदास का ही नया-पुराना कोई भी जूता फ़ेंकते हैं तो उनके पूरे परिवार को एक-एक जोड़ी जूते मुफ़्त दिये जायेंगे, चाहे वह निशाने पर लगे या न लगे, यानी ग्राहकों का दोहरा फ़ायदा होगा, “आम के आम, गुठलियों के दाम”… हालांकि कलमाडी  को ब्राण्ड एम्बेसेडर बनाने के लिये अदिदास के साथ फ़ेविकोल कम्पनी की भी खींचतान चल रही है, फ़ेविकोल कम्पनी के मार्केटिंग मैनेजर ने विज्ञप्ति जारी करके कहा है कि चूंकि कलमाडी इतने विवादों, छापों के बावजूद अपनी कुर्सी से चिपके हुए हैं, अतः फ़ेविकोल के लिये उनसे बेहतर ब्राण्ड एम्बेसेडर नहीं मिलेगा… अब यह देखना रोचक होगा कि अदिदास या फ़ेविकोल में से किस कम्पनी से कलमाडी की सेटिंग सही बैठती है।



फ़िलहाल पुख्ता सूचना सिर्फ़ दिग्विजय सिंह के बारे में ही प्राप्त हुई है, यूपीए सरकार के अन्य मंत्रियों की विभिन्न कम्पनियों से बातचीत चल रही है। शरद पवार को चूंकि अब पैसों का कोई मोह नहीं रह गया है इसलिये उन्होंने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आग्रह पर समाजसेवा का निर्णय लिया है, शरद पवार जल्दी ही “आओ मिलकर डायबिटीज़ रोकें…”  वाले जनसेवी विज्ञापन में नज़र आयेंगे। एसोसियेशन ने कहा है कि शकर के भावों और शुगर लॉबी से पवार के “मीठे सम्बन्धों” को देखते हुए आम जनता को डायबिटीज़ के प्रति जागरुक करने में यह विज्ञापन अहम भूमिका निभायेगा। वहीं गले की खराश मिटाकर आवाज़ खोलने वाली गोली “विक्स हॉल्स” की ममता बैनर्जी को विज्ञापन में लेने की योजना है, ताकि वे अपनी सभाओं में चिल्लाते समय उन गोलियों का उपयोग करें। जबकि ए राजा भले ही मंत्रिमण्डल से बाहर कर दिये गये हों, विज्ञापन कम्पनियों के मार्केट में उनकी जबरदस्त माँग बनी हुई है, टाटा, वोडाफ़ोन एवं रिलायंस कम्युनिकेशन्स में उन्हें अपना ब्राण्ड एम्बेसेडर बनाने की होड़ लगी है, खबर है कि टाटा व अम्बानी के बीच समझौता हो गया है, कि रतनलाल टाटा, ए राजा को जबकि अम्बानी, नीरा राडिया को अपना ब्राण्ड एम्बेसेडर बनायेंगे।

तात्पर्य यह है कि आने वाले समय में यदि आपको टीवी के परदे पर धोनी, तेण्डुलकर, शाहरुख, अमिताभ की बजाय “सच्चे जनसेवक” दिखाई दें तो चौंकियेगा नहीं… यह विज्ञापन कम्पनियों की नई मार्केटिंग रणनीति है… जो बहुत “मारक” सिद्ध होगी।


चलते-चलते – एक ब्रेकिंग न्यूज़ अभी-अभी प्राप्त हुई है कि भारतीय लोककला संस्कृति बोर्ड ने सोनिया गाँधी को अपना ब्राण्ड एम्बेसेडर नियुक्त कर दिया है… वे भारत के ग्रामीण इलाकों में “कठपुतली कला” को लुप्त होने से बचाने के लिये कैम्पेन करेंगी। चुनाव आयोग, सीवीसी, प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति जैसी चार-चार कठपुतलियों को एक साथ साधने की उनकी विशेष दक्षता को देखते हुए इस महान लोककला के पुनर्जीवित होने एवं इसका भविष्य उज्जवल होने की प्रचुर सम्भावनाएं हैं।

उन सभी गुलामों को अंग्रेजी नववर्ष की शुभकामनाएं… जो नये वर्ष में भी न “राजा” से मुक्ति चाहते हैं, न ही “रानी” से…

(समाप्त)
===========

फ़ुट-नोट :- वर्ष भर तो शर्मनिरपेक्षता, भोंदू युवराज, बौद्धिक खतनाग्रस्त जीवों तथा “हिन्दुओं द्वारा खाई गई लतखोरी की खबरें” आपको दूंगा ही, साल की पहली पोस्ट कुछ लाइट मूड में हो जाये…। यह पोस्ट इन्दौर के मेरे मित्र वाणी के धनी सुप्रसिद्ध एंकर भाई संजय पटेल के आग्रह पर लिखी है, और उन्हें ही समर्पित है…। आदरणीय कीर्तीश भट्ट, शिवकुमार मिश्र, आलोक पुराणिक, अनूप शुक्ल, सतीश पंचम  इत्यादि जैसे विद्वतजन इस पोस्ट में चाहें तो उचित सुधार करें… इस फ़ील्ड में यह मेरी “टेम्परेरी अतिक्रमण” करने की बेढंगी हिमाकत भर है, इनके सामने मैं कुछ भी नहीं हूं… ये पोस्ट तो बस ऐसे ही…
Read 2455 times Last modified on शुक्रवार, 30 दिसम्बर 2016 14:16
Super User

 

I am a Blogger, Freelancer and Content writer since 2006. I have been working as journalist from 1992 to 2004 with various Hindi Newspapers. After 2006, I became blogger and freelancer. I have published over 700 articles on this blog and about 300 articles in various magazines, published at Delhi and Mumbai. 


I am a Cyber Cafe owner by occupation and residing at Ujjain (MP) INDIA. I am a English to Hindi and Marathi to Hindi translator also. I have translated Dr. Rajiv Malhotra (US) book named "Being Different" as "विभिन्नता" in Hindi with many websites of Hindi and Marathi and Few articles. 

www.google.com