कहते है कि "मानसिक गुलामी, शारीरिक गुलामी से ज्यादा भयावह होती है, क्योंकि शारीरिक गुलामी से केवल एक पीढ़ी... जबकि मानसिक गुलामी से कई पीढियां खत्म हो जाती है।"

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