पिछले कुछ वर्षों में भारत में सूखाग्रस्त क्षेत्रों की वृद्धि हुई है. एक तरफ वर्षा की कमी, दूसरी तरफ वनक्षेत्र में कमी, आबादी का बढ़ता घनत्व और विलुप्त होती नदियों के कारण धीरे-धीरे हम एक सूखे भारत की ओर बढ़ रहे हैं. मानसून पर हमारी निर्भरता अच्छी बात नहीं है. ऐसी परिस्थिति में हरियाणा और राजस्थान के मार्ग से बहने वाली प्राचीन सरस्वती नदी का स्मरण होना स्वाभाविक है.

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