हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के कार्यकर्ताओं से आव्हान किया है कि वे “दलितों को अपना वोट बैंक” बनाएँ. असल में उत्तरप्रदेश में जिस प्रकार मायावती अप्रासंगिक होती जा रही हैं और राष्ट्रीय स्तर पर किसी भी पार्टी में कोई मजबूत, देशव्यापी अपील वाला दलित नेता मौजूद नहीं है.

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