“अपना घर” हर किसी का एक सपना होता है. सामान्य व्यक्ति अपनी जीवन भर की जमापूँजी से एक मकान और बच्चों का विवाह करने के सपने देखता है. लेकिन जब उसकी इस जमापूँजी और सपने को किसी बिल्डर द्वारा तगड़ी चोट पहुँचा दी जाती है तब वह नैराश्य अवस्था में चला जाता है.

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