किसी के जीवन में जब कोई विपत्ति आती है, तो अपनी हिम्मत और धैर्य से वह उससे बाहर निकल आता है, परन्तु हमेशा प्रत्येक विपत्ति जीवन का कोई न कोई सबक दे ही जाती है. कुछ लोग विपत्तियों में घबरा जाते हैं, जबकि कुछ लोग ऐसा प्रयास भी करते हैं कि जिस संकट से वे गुज़रे हैं, वैसा संकट  किसी दूसरे पर न आए, और यदि दुर्भाग्य से आ ही जाए तो उसे समय पर, सही स्थान पर, सही व्यक्ति से सहायता मिल जाए. ऐसी ही प्रेरक घटना है छत्तीसगढ़ पुलिस में कांस्टेबल स्मिता तांडी और रविन्द्र सिंह क्षत्रिय के जीवन की... आगे पढ़िए.

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