जब हम थियेटर में मधुर भंडारकर की फिल्म देखने जाते हैं तो हमारे दिमाग में मधुर भंडारकर की ही छवि होती है. “चांदनी बार”, “ट्रेफिक सिग्नल”, “कारपोरेट” जैसी कई शानदार फ़िल्में देने वाले तथा अपनी फिल्मों में किसी हीरो-हीरोइन को हावी न होने देते हुए इस फिल्म माध्यम को “निर्देशक का माध्यम” सिद्ध करने वाले मधुर भंडारकर की हालिया फिल्म “इंदु सरकार” हाल ही में देखने को मिली.

Published in आलेख