मिलिए अंडमान निकोबार द्वीप की अदभुत "अनुराधा" से...
एक ब्रिटिश खलासी डेनियल रौस के नाम पर इस द्वीप का नामकरण किए गया था. उस द्वीप पर एक देवी रहती हैं, जिसका नाम है “अनुराधा”. लेकिन मैं आपको इस अनुराधा की कहानी क्यों सुना रहा हूँ? पोर्ट ब्लेयर से मात्र दस मिनट की दूरी पर एक द्वीप है, जिसका नाम है “रौस द्वीप”. एक ब्रिटिश खलासी डेनियल रौस के नाम पर इस द्वीप का नामकरण किए गया था. उस द्वीप पर एक देवी रहती हैं, जिसका नाम है “अनुराधा”. लेकिन मैं आपको इस अनुराधा की कहानी क्यों सुना रहा हूँ? आखिर अनुराधा में ऐसा क्या खास है? यदि सरल शब्दों में कहूँ तो अनुराधा अंडमान की सबसे महत्त्वपूर्ण बात है. जिस तरह से स्वच्छ समुद्र किनारों और सेल्युलर जेल के बिना अंडमान का इतिहास नहीं बताया जा सकता, उससे भी महत्त्वपूर्ण है अनुराधा.
अंडमान सेल्युलर जेल : कुख्यात, खूँखार और खतरनाक
देश की मुख्य धरती से बहुत दूर स्थित अंडमान द्वीप पर स्थित सेल्युलर जेल (Cellular Jail of Andaman) बहुत कुख्यात थी. हालाँकि सावरकर बंधुओं की वजह से अब यह जेल एक “तीर्थस्थल” बन चुकी है, लेकिन एक समय ऐसा भी था जब इस जेल का नाम सुनकर ही कैदियों की तबियत खराब हो जाया करती थी.