किसी भी राष्ट्र,समाज में संस्कृति की मूल संवाहक-संरक्षक "स्त्रियां और बालिकाएं, होती हैं, वह संस्कृति को अगली पीढ़ी को हस्तांतरित करती हैं। स्त्रियाँ भ्रष्ट, संस्कृति नष्ट, फिर तो राष्ट्र स्वाहा. आंतरिक कमजोर दुश्मन इसलिए स्त्रियों-बच्चो पर मौन और गोपनीय आक्रमण करता है। सदैव सजग रहना ही बचाव है. उनका कोमल मन घुसपैठ कर विजय पाने का आसान रास्ता है… -- "कार्लाइल. 

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