उत्तरप्रदेश में अवैध बूचड़खानों के खिलाफ योगी की सख्त कार्यवाही जारी है और उधर अवैध बूचड़खाने के मालिक, जिन्होंने कभी क़ानून का पालन नहीं किया, कभी नियमों के मुताबिक़ धंधा नहीं किया वे अपने सेकुलर बुद्धिजीवी मित्रों के गिरोह की मदद से देश की जनता को बता रहे हैं कि इससे “रोजगार” खत्म होने का खतरा है और “राजस्व” का नुक्सान भी है.

Published in आलेख