हिंदुओं के मामले में सेकुलरिज़्म" किस तरह सुविधाजनक चुप्पी ओढ़ लेता है यह देखना बेहद दुखदायी होता है. उड़ीसा में नवीन पटनायक साहब काफी वर्षों से मुख्यमंत्री पद पर आसीन हैं, लेकिन आदिवासी क्षेत्रों में धर्मांतरण को रोकना तो दूर, उस पर थोड़ी लगाम कसने में भी वे नितान्त असमर्थ सिद्ध हुए हैं.

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