एक Adarsh Liberal की "दिमागी संरचना" कुछ इस प्रकार होती है... (केजरीवाल की खोपड़ी खोलोगे तो "लगभग-लगभग" ऐसी ही निकलेगी).
इस संक्षिप्त प्रस्तावना से अब Adarsh Liberal "प्रजाति" का बेसिक स्वरूप तो आप समझ ही गए होंगे. चूँकि समय की कमी है, इसलिए एक और छोटा उदाहरण देकर अंत करता हूँ...
यदि RSS कहे कि "सूअर का गू" बेहद बुरी चीज़ है, तो Adarsh Liberal रोमिला थापर से लेकर बिपन चंद्रा के नकली इतिहास का रेफरेंस देकर यह सिद्ध करने की पुरज़ोर कोशिश करेगा कि सूअर का गू बेहद पौष्टिक होता है. शरीर के किसी हिस्से में मोमबत्ती खोंसे हुए कुछ अति-उत्साही Adarsh Liberal तो सूअर का गू खाकर यह सिद्ध देंगे कि संघ झूठा है... और निश्चित ही इसके पीछे उसका कोई साम्प्रदायिक एजेंडा है. होली पर पानी बचाओ और बकरीद पर चुप्पी साध लो... तथा PETA के विज्ञापन करो लेकिन गौमांस का समर्थन करो... Adarsh Liberal की खास पहचान हैं...अर्थात Adarsh Liberal = देश जाए भाड़ में - "एजेंडा" ऊँचा रहे हमारा...
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"छद्म प्रगतिशील" की कथाएँ अनंत हैं... इसलिए मोह संवरण नहीं कर पा रहा... तो एक और संक्षिप्त सा परिचय..
- शशिकपूर को दादासाहब फाल्के पुरस्कार मिला...
Adarsh Liberal कहेगा :- जरा पता लगाओ कि शशिकपूर का RSS कनेक्शन क्या है?